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Home Loan Tips: बैंक नहीं दे रहा होम लोन, तो चिंता मत करो, अपनाओ ये स्मार्ट तरीके

Home Loan Tips: घर का सपना हर किसी का होता है, लेकिन जब बैंक आपकी होम लोन एप्लिकेशन रिजेक्ट कर दे तो दिल टूट जाता है। कई बार लोग ठीक-ठाक इनकम के बावजूद भी लोन के लिए बार-बार मना किए जाते हैं। ऐसे में सवाल उठता है अब क्या करें।

क्या घर खरीदने का सपना अधूरा ही रह जाएगा? जवाब है बिल्कुल नहीं। क्योंकि कुछ स्मार्ट तरीकों को अपनाकर आप ना सिर्फ लोन पाने की संभावना बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने घर के सपने को भी साकार कर सकते हैं।

बैंक लोन रिजेक्ट क्यों करता है?

बैंक लोन रिजेक्ट करने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि आपका CIBIL स्कोर कम होना, नौकरी स्थिर ना होना, आय का कम होना, पहले से ज्यादा लोन होना या फिर डॉक्युमेंट में गड़बड़ी। कई बार कोई छोटी सी गलती भी लोन रिजेक्ट करवा देती है। इसलिए पहला कदम है कि आप ये जानें कि आपका लोन आखिर क्यों रिजेक्ट हुआ।

अपना CIBIL स्कोर सुधारें

CIBIL स्कोर यानी क्रेडिट स्कोर बैंक के लिए सबसे अहम फैक्टर होता है। यदि आपका स्कोर 750 से नीचे है तो बैंक आपके लोन एप्लिकेशन को रेड सिग्नल दे सकता है। ऐसे में पहले अपने स्कोर को सुधारना जरूरी है। समय से क्रेडिट कार्ड बिल और पुराने लोन की EMI भरें, नया कर्ज न लें और कोई भी फाइनेंशियल गलती न दोहराएं। कुछ महीनों में ही स्कोर सुधरने लगेगा।

Co-Applicant को जोड़ें

अगर अकेले आपकी इनकम कम पड़ रही है या CIBIL स्कोर कम है, तो आप अपने किसी करीबी को को-एप्लिकेंट बना सकते हैं। पत्नी, पति, माता-पिता या कमाने वाले बच्चे को साथ जोड़ें, जिनका स्कोर अच्छा हो। इससे आपकी संयुक्त इनकम बढ़ेगी और लोन मिलने की संभावना भी।

NBFCs या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों से संपर्क करें

अगर बैंक लोन नहीं दे रहा तो इसका मतलब ये नहीं कि सभी दरवाज़े बंद हो गए। भारत में कई Non-Banking Financial Companies (NBFCs) और Housing Finance Companies (HFCs) हैं जो थोड़े लचीले नियमों पर लोन देती हैं। इनके प्रोसेस थोड़े आसान होते हैं और कम CIBIL वालों को भी मौका दिया जाता है।

सैलरी स्लिप और आय के प्रमाण को दुरुस्त करें

अक्सर डॉक्युमेंट्स की कमी या गलत जानकारी के कारण भी लोन रिजेक्ट हो जाता है। अपने सैलरी स्लिप, ITR फाइलिंग, बैंक स्टेटमेंट और पते के प्रमाण को सही और अपडेट रखें। अगर आप सेल्फ-एम्प्लॉयड हैं तो GST रिटर्न, बिजनेस इनकम डिटेल और प्रोफेशनल इनकम प्रूफ की तैयारी रखें।

डाउन पेमेंट बढ़ा दें

अगर बैंक को रिस्क लग रहा है कि आप ज्यादा लोन नहीं चुका पाएंगे, तो आप डाउन पेमेंट का हिस्सा बढ़ा सकते हैं। मान लीजिए घर की कीमत ₹40 लाख है और आप ₹15 लाख डाउन पेमेंट दे देते हैं, तो बैंक को ₹25 लाख ही लोन देना होगा इससे आपकी क्रेडिबिलिटी बढ़ेगी और लोन मिलने की संभावना भी।

छोटा लोन अमाउंट ट्राय करें

शुरुआत में छोटा होम लोन लें, जैसे ₹10-₹15 लाख। इससे बैंक को लगेगा कि आप रिस्क नहीं हैं और आपकी रीपेमेंट कैपेसिटी बेहतर है। बाद में जब EMI का रिकॉर्ड अच्छा बन जाए तो आप टॉप-अप लोन या दूसरा लोन भी ले सकते हैं।

लोन एजेंट्स या फाइनेंशियल कंसल्टेंट की मदद लें

अगर आपको नहीं समझ आ रहा कि कहां से शुरुआत करें, तो किसी अनुभवी होम लोन एजेंट या फाइनेंशियल कंसल्टेंट की मदद लें। वो आपकी प्रोफाइल देखकर सही बैंक, NBFC या लोन स्कीम सुझा सकते हैं। उनके पास बैंकों की शर्तों की जानकारी होती है जिससे रिजेक्शन के चांस कम हो जाते हैं।

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