Village Business Idea: भारत में चंदन को सुगंध का राजा कहा जाता है। इसकी लकड़ी और तेल की मांग देश ही नहीं, दुनिया भर में है। खास बात ये है कि चंदन की कीमत सोने जैसी होती है एक किलो लकड़ी की कीमत ₹10,000 से ₹15,000 तक जाती है।
और शुद्ध चंदन तेल तो लाखों में बिकता है। यही वजह है कि अब चंदन की खेती को एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के तौर पर देखा जा रहा है जिसमें थोड़ा सब्र और थोड़ी समझदारी से आप 10-15 साल में करोड़ों की कमाई कर सकते हैं।
चंदन की खेती क्या होती है?
चंदन एक सुगंधित वृक्ष होता है, जिसकी लकड़ी और जड़ से निकलने वाला तेल बहुत कीमती होता है। इसे खासतौर पर परफ्यूम इंडस्ट्री, आयुर्वेद, पूजा सामग्री और कॉस्मेटिक्स में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी दो प्रमुख किस्में होती हैं। इंडियन सैंडलवुड (Santalum Album) और ऑस्ट्रेलियन सैंडलवुड, जिनमें इंडियन सैंडलवुड की कीमत और गुणवत्ता सबसे ऊंची मानी जाती है।
चंदन खेती की विशेषताएं
चंदन खेती की विशेषताएं | विवरण |
पेड़ का नाम | सफेद चंदन (Santalum album) |
शुरुआती लागत | ₹1.5 लाख से ₹2 लाख प्रति एकड़ |
पेड़ तैयार होने का समय | 12 से 15 साल |
प्रति एकड़ पेड़ की संख्या | 400 से 500 पेड़ |
एक पेड़ से मिलने वाला लाभ | ₹1 लाख से ₹1.5 लाख तक |
कुल संभावित कमाई (1 एकड़ में) | ₹4 करोड़ से ₹6 करोड़ तक |
मिट्टी की जरूरत | दोमट या लाल मिट्टी |
पानी की जरूरत | कम (सूखा सहनशील फसल) |
कीट और रोग | बहुत कम, प्राकृतिक रूप से मजबूत |
सरकारी अनुमति | हां, पौधारोपण से पहले रजिस्ट्रेशन जरूरी |
बेचने की प्रक्रिया | सरकार द्वारा अनुमत मंडी या लाइसेंसधारी खरीदार |
कितनी जमीन लगेगी?
अगर आप 1 एकड़ जमीन पर चंदन की खेती करना चाहते हैं तो आप करीब 400–500 पौधे लगा सकते हैं। चंदन एक अर्ध-परोपकारी पौधा होता है, यानी इसकी ग्रोथ के लिए सहायक पौधे भी साथ लगाने पड़ते हैं (जैसे दलहनी पौधे)। आप इसे खेत की मेड़, खाली ज़मीन या बंजर ज़मीन में भी लगा सकते हैं बस पानी का उचित प्रबंधन जरूरी है।
कितना निवेश करना होगा?
चंदन की खेती लंबी अवधि की होती है, इसलिए निवेश भी धीरे-धीरे होता है। शुरुआत में सबसे बड़ा खर्च पौधों की खरीद, सुरक्षा और सिंचाई पर आता है। एक एकड़ खेती का शुरुआती खर्च लगभग ₹1.5 लाख से ₹2 लाख तक हो सकता है।
खर्च का विवरण | अनुमानित लागत (₹) |
पौधे (₹100 – ₹150 प्रति पौधा) | ₹50,000 – ₹75,000 |
सिंचाई व्यवस्था | ₹20,000 – ₹30,000 |
सहायक पौधे व खाद | ₹15,000 |
सुरक्षा (फेंसिंग आदि) | ₹30,000 |
रखरखाव (5–10 साल तक) | ₹30,000 – ₹50,000 |
कुल अनुमानित खर्च | ₹1.5 लाख – ₹2 लाख |
इतना होगा मुनाफा
सबसे रोचक हिस्सा यही है। एक चंदन का पेड़ जब 12–15 साल का हो जाता है, तब उसमें लगभग 15–20 किलो लकड़ी मिलती है। और जब इसका मार्केट रेट ₹10,000 से ₹15,000 प्रति किलो हो, तो आप खुद सोच सकते हैं कमाई कितनी होगी।
मुनाफे का विवरण | आंकड़ा (1 एकड़ में) |
पौधों की संख्या | 400 |
प्रति पेड़ लकड़ी (15 साल बाद) | 15 – 20 किलो |
कुल लकड़ी उत्पादन | 6,000 – 8,000 किलो |
प्रति किलो बिक्री मूल्य | ₹10,000 – ₹15,000 |
कुल संभावित इनकम | ₹6 करोड़ – ₹12 करोड़ |
(यह अनुमानित है और इसमें प्राकृतिक आपदा या समय से पहले कटाई का रिस्क भी शामिल है।)
लाइसेंस और सरकारी नियम
भारत में पहले चंदन की खेती और कटाई पर सख्त कानून थे, लेकिन अब कई राज्यों ने नियमों में ढील दी है। अब आप निजी ज़मीन पर सरकारी अनुमति के साथ चंदन उगा सकते हैं और फसल बेच भी सकते हैं। कुछ राज्यों जैसे कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और बिहार में इस खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।
आपको वन विभाग से नर्सरी प्रमाणपत्र और कटाई की अनुमति लेनी होती है जो खेती शुरू करने से पहले ही ले लेना बेहतर रहता है।
मार्केटिंग और बिक्री कहां करें?
- सरकारी मंडियों को
- आयुर्वेदिक कंपनियों को
- परफ्यूम व कॉस्मेटिक इंडस्ट्री को
- अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को
बेच सकते हैं। इसके लिए आप सरकारी वेबसाइट या एग्री एक्सपोर्ट पोर्टल्स का भी उपयोग कर सकते हैं। कई राज्य सरकारें इस बिजनेस के लिए सब्सिडी और तकनीकी सहायता भी देती हैं।